गरुण पुराण के अनुसार महिलाओं को शराब का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए (Why women should not consume alcohol)
गरुण पुराण के अनुसार महिलाओं को शराब का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए (Why women should not consume alcohol)
जैसा कि हम सभी जानते है की शराब का सेवन हमारी सेहत के लिए हानिकारक होता है और इस शराब का सेवन करने वाले लोगों में तरह – तरह की बीमारियां देखी जाती हैं। शराब हमारे शरीर को नुक़सान तो पहुंचाती ही है लेकिन क्या आपको पता है कि यदि महिलाएं शराब का सेवन करती है या कोई भी मनुष्य मांस या मदिरा का सेवन करता है तो उसके लिए हमारे गरुण पुराण में किस तरह कि सजा का प्रावधान है?
गरुण पुराण वह पुराण है जिसमे भगवान विष्णु के वाहन पक्षीराज गरुण, विष्णु जी से सवाल करते है और विष्णु जी सवंय उन सवालो का उत्तर देते हुये पक्षिराज की जिज्ञसा को समाप्त करते हैं इसलिए गरुण पुराण में जो भी लिखा है वो स्वयं श्री हरी की वाणी हैं।
इसलिए कहा यह भी जाता है कि कभी भी किसी को बुरा ना करना चाहिए ना ही किसी को हानि पहुंचानी चाहिए क्योंकि हमारे मरने के बाद हमारी सजा के अनुसार हमें नर्क लोक में भयानक यातनाओं से गुजरना पड़ता है और बहुत ही क्रूर तरीके से हमें अपने पापो कि सजा दी जाती है।
हमारे पापो के सजा देने के लिए मृत्यु के देवता यमराज जी को चुना गया हैं वहीं सुनिश्चित करते हैं कि किस मनुष्य को किस प्रकार की सजा देनी है।
तो आज हम आपको बताएंगे की महिलाओं को शराब का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए और जो महिलाएं शराब का सेवन करती हैं उनके लिए गरुण पुराण किस प्रकार की सजा का प्रावधान हैं।
जो महिलाएं शराब या किसी भी प्रकार के नशे का सेवन करती है तो उन्हें मरने के बाद यमलोक की अदालत में हमारे मृत्यु के देवता यमराज जी के द्वारा बताई गई सजा और बहुत ही भयानक यातनाओं से गुजरना पड़ता है तभी कहीं जाकर उन महिलाओं को उनके पापो से मुक्ति मिलती है।
जो महिलाएं रोजाना शराब का सेवन करती हैं और हमेशा नशे ने धुत्त रहती हैं उन महिलाओ को गरुण पुराण की सजा के अनुसार सबसे पहले उनके सिर को आरी से काटा जाता हैं और उसके बाद उनके बचे हुए शरीर के दुकड़ो को काटकर उन्हें खोलते हुए तेल में तला जाता है और फिर भयानक यातनाओं के तौर पर उनको रोजाना धधकते हुए अंगारों पर से चलना होता है जिसके बाद उनको कोड़े मारे जाते हैं।
जो महिलाएं शराब का सेवन करती हैं उनको अगला जन्म मेंढ़क की योनि में मिलता है जिससे वो उस योनि में रहकर अपने पिछले जन्म में किए हुए गुनाहों की सजा झेलती है और मेंढ़क रूपी योनि में जन्म लेकर जब तक वह अपनी सजा पूरी नहीं कर लेती तब तक वो सिर्फ कीड़ों का सेवन करती है और इधर उधर भटकती रहती हैं जब उनकी सजा पूरी हो जाती हैं उसके उपरांत फिर से उनको हमारे मृत्यु के देवता यमराज जी के समक्ष उपस्थित होना पड़ता है यदि वो उस योनि में रहकर किसी भी तरह का कोई पाप नहीं करती तो उनका अगला जीवन फिर से मनुष्य योनि में होता है।
इसलिए महिलाओ को किसी भी तरह के नशा या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
अगर आपको यह जानना है की आदमी को शराब का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए तो कमेंट करके बताये।
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