जैन तीर्थंकर चौबीस ही क्यों होते है | Why 24 Tirthankaras in Jain

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जैन तीर्थंकर चौबीस ही क्यों होते है? जैन भूगोल में अढ़ाई द्वीप क्षेत्रों का वर्णन मिलता है-जम्बुद्वीप, धातकी खण्ड, अर्द्धपुष्कर …

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महामृत्युंजय मंत्र की सावधानियां, नियम और सम्भावित हानियाँ | Mahamrityunjay Mantra

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महामृत्युंजय मंत्र की सावधानियां सामान्य रूप से जब किसी को कोई संकट आता है, कोई विपत्ति दिखती है, कोई ख़तरा …

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