गरुण पुराण के अनुसार इन लोगों के घर भोजनं करने से नरक मिलता है (Don’t Eat Food in these types of people home)
गरुण पुराण के अनुसार इन लोगों के घर भोजनं करने से नरक मिलता है (Don’t Eat Food in these types of people home)
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हिन्दू धर्म में गरुण पुराण का काफी महत्व है गरुण पुराण वह पुराण है जिसमे भगवान विष्णु के वाहन पक्षीराज गरुण, विष्णु जी से सवाल करते है और विष्णु जी सवंय उन सवालो का उत्तर देते हुये पक्षिराज की जिज्ञसा को समाप्त करते हैं इसलिए गरुण पुराण में जो भी लिखा है वो स्वयं श्री हरी की वाणी हैं।
गरुण पुराण में भक्ति, ज्ञान, दान और यज्ञ आदि कर्मो का वर्णन किया गया है इस पुराण में और भी बहुत से बाते बताई गयी है।
इस पुराण अनुसार कुछ लोगो के घर हमें भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि इन लोगो के घर भोजन करने हमें नरक मिलता है।
गरुण पुराण के अनुसार इन लोगों के घर भोजनं करने से नरक मिलता है (Don’t Eat Food in these types of people home) |
किन लोगो के घर हमें भोजन नहीं करना चाहिए
मुजरिम के घर – गरुण पुराण के अनुसार अगर कोई व्यक्ति कोर्ट के द्वारा अपराधी मन जा चुका है तो हमें उसके घर में भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि गरुण पुराण कहता है कि ऐसे लोगो के घर भोजन करने से हम भी उसके पाप के साझेदार बन जाते है।
दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाने वाले के घर – अगर कोई व्यक्ति दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाकर उससे ज्यादा ब्याज वसूल करता है तो हमें उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि गरुण पुराण कहता है कि किसी की मजबूरी से कमाया पैसा हमेशा नुक्सान ही पहुंचाता है और यदि हम उस व्यक्ति के घर भोजन करेंगे तो हमें भी नुकसान हो सकता है।
जो स्त्री अधर्म कार्य करे उसके घर – जो स्त्री अधर्म कार्य करती हो या गलत नियमो का पालन करती हो उसके घर हमें कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि गरुण पुराण कहता है कि ऐसी स्त्री के घर भोजन करने से हमारे पुण्य कार्य खत्म हो जाते है और हमारा मन भी दूषित होता हैं।
बीमार व्यक्ति के घर – अगर कोई व्यक्ति काफी समय से बीमार हो तो हमें उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि लम्बे समय से बीमार व्यक्ति के घर में किटाणुओं का वास होता है इसलिए हमें ऐसे घर में भोजन नहीं करना चाहिए।
किन्नरों के घर – गरुण पुराण के अनुसार किन्नरों के घर भोजन करने से हमें बचना चाहिए क्योकि इन लोगो के यहाँ हमें दान देना चाहिए क्योकि इनको दान देने से हमें पुण्य की प्राप्ति होती हैं।
क्रोधित व्यक्ति के घर – यदि किसी व्यक्ति के हर बात में क्रोध आता है तो हमें उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि गरुण पुराण कहता है कि ऐसे लोगो के घर भोजन करने से उसका क्रोध का असर हमपर भी आ सकता है| जिससे हमारे अंदर भी क्रोध की भावना उत्पन्न हो सकती है।
चुगलखोर व्यक्ति के घर – ऐसे व्यक्ति जो हमेशा चुगली किया करते है हमें इनके घर भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि गरुण पुराण कहता है कि ऐसे व्यक्ति पर हमें विश्वास नहीं करना चाहिए क्योकि ऐसे लोग दोस्रो को परेशानी में डालकर खुश होते हैं।
निर्दयी लोगो के घर – गरुण पुराण के अनुसार हमें ऐसे लोगो के घर बिलकुल भी भोजन नहीं जिनमे तनिक भी दया का भाव न हो क्योकि गरुण पुराण कहता है कि ऐसे लोगो का कोई भरोसा नहीं होता है हो सकता है वह आपकी किसी बात से गुस्सा हो और आपके भोजन में आपको कुछ गलत खिला दे।
नशीली चीजों को बेचने वाले के घर – गरुण पुराण कहता है की जो व्यक्ति नशीली चीजे बेचता है हमें उसके घर भोजन नहीं करना चाहिए क्योकि नशे के कारण बहुत से लोगो के घर बर्बाद हो जाते है जिसका श्रेय इन लोगो को जाता हैं इसलिए हमे इनके घर भी भोजन नहीं चाहिए।
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