Durga Saptashati – एकादश अध्याय | दुर्गा सप्तशती
Durga Saptashati – एकादश अध्याय | दुर्गा सप्तशती देवताओं द्वारा देवी की स्तुति तथा देवी द्वारा देवताओं को वरदान ॥ध्यानम्॥ …
Durga Saptashati – एकादश अध्याय | दुर्गा सप्तशती देवताओं द्वारा देवी की स्तुति तथा देवी द्वारा देवताओं को वरदान ॥ध्यानम्॥ …
Durga Saptashati दशम अध्याय शुम्भ-वध ॥ध्यानम्॥ Durga Saptashati दशम अध्याय ॐ उत्तप्तहेमरुचिरां रविचन्द्रवह्नि-नेत्रां धनुश्शरयुताङ्कुशपाशशूलम्।रम्यैर्भुजैश्च दधतीं शिवशक्तिरूपांकामेश्वरीं हृदि भजामि धृतेन्दुलेखाम्॥ Durga Saptashati दशम अध्याय …
Durga Saptashati – नवम अध्याय निशुम्भ-वध ॥ध्यानम्॥ Durga Saptashati – नवम अध्याय ॐ बन्धूककाञ्चननिभं रुचिराक्षमालांपाशाङ्कुशौ च वरदां निजबाहुदण्डैः।बिभ्राणमिन्दुशकलाभरणं त्रिनेत्र-मर्धाम्बिकेशमनिशं वपुराश्रयामि॥ …
Durga Saptashati – आठवां अध्याय | दुर्गा सप्तशती रक्तबीज-वध ॥ध्यानम्॥ Durga Saptashati – आठवां अध्याय ॐ अरुणां करुणातरङ्गिताक्षींधृतपाशाङ्कुशबाणचापहस्ताम्।अणिमादिभिरावृतां मयूखै-रहमित्येव विभावये …
दुर्गा सप्तशती एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है जिसमें राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का वर्णन किया गया है। …
Durga Saptashati षष्टम अध्याय धूम्रलोचन-वध ॥ ध्यानम् ॥ Durga Saptashati षष्टम अध्याय ॐ नागाधीश्वरविष्टरां फणिफणोत्तंसोरुरत्नावली-भास्वद्देहलतां दिवाकरनिभां नेत्रत्रयोद्भासिताम् ।मालाकुम्भकपालनीरजकरां चन्द्रार्धचूडां परांसर्वज्ञेश्वरभैरवाङ्कनिलयां …
पाँचवाँ अध्याय – दुर्गा सप्तशती देवताओं द्वारा देवी की स्तुति, चण्ड-मुण्डके मुख से अम्बिका के रूप की प्रशंसा सुनकर शुम्भ …
दुर्गा सप्तशती चतुर्थ अध्याय इन्द्रादि देवताओं द्वारा देवी की स्तुति ॥ ध्यानम् ॥ दुर्गा सप्तशती चतुर्थ अध्याय ॐ कालाभ्राभां कटाक्षैररिकुलभयदां …
तृतीय अध्याय दुर्गा सप्तशती | Third Chapter सेनापतियोंसहित महिषासुर का वध ॥ ध्यानम् ॥ ॐ उद्यद्भानुसहस्रकान्तिमरुणक्षौमां शिरोमालिकांरक्तालिप्तपयोधरां जपवटीं विद्यामभीतिं वरम् …
श्री दुर्गा सप्तशती – द्वितीय अध्याय | Second Chapter देवताओं के तेज से देवी का प्रादुर्भाव और महिषासुर की सेना …