भक्ति क्या है?

भगवान से प्रेम करना ही भक्ति का दूसरा नाम है

कलयुग में केवल भगवान का नाम ही सर्वोपरि है

भगवान शिव रामचरितमानस में कहते है

कि कलयुग में ना योग ना ध्यान से सिद्धि मिलेगी

कलयुग में केवल श्री राम नाम ही परम धन होगा केवल "राम" नाम

इसलिए इस कलयुग में भक्ति के लिए राम, कृष्ण, शिव आदि नामो को भक्ति के लिए रटना जरुरी है